केंद्र सरकार के कैबिनेट के द्वारा टिहरी बांध परियोजना को एनटीपीसी को सोंपे जाने का प्रस्ताव पास होने पर टीएचडीसी के कर्मचारियों और टिहरी की जनता ने विरोध करना शुरू कर दिया है ,टीएचडीसी में कार्यरत 1800 सो इंजीनियरो व कर्मचारियों ने कहा की हमे केंद्र सरकार के ऊर्जा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से पूरा अस्वासन मिला था कि टिहरी बांध परियोजना को कही मर्ज नही किया जायेगा लेकिन टिहरी बांध परियोजना को एनटीपीसी को सोंपे जाने से सभी आक्रोशित है जबकि जबकि टिहरी बांध परियोजना से हर दिन 15 करोड़ की बिजली का लाभांश हो रहा है,ओर इस प्रोजेक्ट से कमाई हो रही थी,जिसे सरकार ने एनटीपीसी को देकर टिहरी की जनता के साथ धोखा किया है
केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर टिहरी की जनता ने साफ साफ आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है,
वही टिहरी निवासी ने कहा कि टिहरी बांध बनाने के देश हित मे अपना जल जंगल जमीन इस लिए दी कि टिहरी का नाम देश विदेश तक फैले,ओर अभी तक टिहरी झील के आसपास कई गावो का विस्थापन हिना बाकी है,ओर इसे एनटीपीसी को सौपकर टिहरी की जान भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है इसे बर्दास्त नही किया जाएगा,टिहरी के नाम को बचाने के लिए टिहरी की जनता एक होकर आवाज उठाएगी,