शादी का लड्डू जो खाए वह पछताए और जो ना खाए वह भी पछताए या कहावत हमारे पूर्वजों के द्वारा कही गई हो हैं ऐसा ही मामला चमोली जिले के रामनी गांव का है जहां राजेंद्र ने भारी बर्फबारी के बीच पैदल चलकर अपनी दुल्हन को लेने पहुंचे
उत्तराखंड के चमोली जिले में बारिश और बर्फबारी ने शादी समारोह में भी खलल डाल दिया। बर्फबारी के बीच ढोल दमाऊ के साथ बर्फ में पैदल चलकर दूल्हा बरातियों संग दुल्हन को लेने चरबंग गांव पहुंचा
रामणी गांव के राजेंद्र सिंह नेगी की शादी विकास खंड के चरबंग गांव की शोभा के साथ तय हुई थी। शुक्रवार को बरात ने चरबंग गांव जाना था। लेकिन घाट-रामणी सड़क पर बर्फ जमने के कारण बरात सिर्फ चार किलोमीटर तक ही वाहन से जा सकी। इसके बाद 16 किलोमीटर की दूरी दूल्हे ने कभी घोड़ी तो कभी पैदल चलकर तय की।
बर्फबारी के बीच ही राजेंद्र और शोभा की शादी की रश्में संपन्न हुई। बर्फबारी के बीच ही दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे लिए। दुल्हा भी शादी में खूब नाचा, जिसका वीडियो खूब वायरल हो रह है।