ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे पर ऑलवेदर रोड निर्माणदायी कम्पनी में कार्यरत श्रमिकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कार्यबहिष्कार किया।जिससे निर्माण कार्य बाधित हो गया। कार्य बहिष्कार कर रहे श्रमिकों ने कम्पनी कार्यालय में एकत्रित होकर आक्रोश व्यक्त करते हुए कम्पनी प्रबन्धन पर शोषण करने का आरोप लगाया।
ऑलवेदर रोड NH-94 पर कण्डीसौड़- धरासू के बीच निर्माण कार्य कर रही निर्माणदायी कम्पनी एबीसीआई(स्वर्णजयंती) में कार्यरत कर्मीयों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया।जिससे निर्माण कार्य ठप्प हो गया। जिसके बाद समस्त कर्मियों ने कम्पनी कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर आक्रोश व्यक्त किया।कर्मियों का आरोप है कि कम्पनी प्रबन्धन उनका शोषण कर रहा है।एक माह पूर्व सभी कर्मियों द्वारा कम्पनी प्रबन्धन को अपनी मांगों से अवगत कराते हुए समाधान की मांग की गई थी, कम्पनी प्रबन्धन के द्वारा शीघ्र ही माँगो के सामाधान का भरोसा दिलाया था किन्तु प्रबन्धन द्वारा बार-बार टाल बराई की जा रही है। कर्मियों की मांग है कि केन्द्र सरकार का प्रोजेक्ट होने के कारण न्यूनतम मजदूरी भुगतान केन्द्रीय श्रमकानून के अनुसार किया जाए।आठ घंण्टे से अधिक कार्य लिए जाने पर नियमानुसार ओवर टाइम दिया जाए।नियमानुसार पी एफ जमा किया जाए।नियुक्ति के समय से नियुक्ती पत्र, आईडी,समान कार्य का समान वेतन भुगतान किया जाए।कार्यरत कर्मीयों को तीन माह का अतिरिक्त वेतन देने के बाद ही हटाया जाए।सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं।आठ घंटे कार्य एवं साप्ताहिक अवकाश दिया जाए।गत माह का वेतन भुगतान सात तारीख तक कर दिया जाए।वार्षिक छुट्टी की ब्यवस्था की जाए आदि।
इस संबन्ध में कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर पी एल धीमान का कहना है कि यह केन्द्र सरकार का महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है समय सीमा के अन्दर कार्य पूरा करना है, यह सभी के सहयोग से संभव है।कम्पनी उत्तराखण्ड श्रम कानून के अनुसार भुगतान कर रही है।ढाई दिन का माह में अवकाश दिया जाता है।वेतन व नियमित खाना कम्पनी समय से देती है, फिर भी यदि कोई समस्या है तो प्रशासन की मध्यस्थता से हल निकाला जाएगा। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कम्पनी के पी एम आखिर माह में ढाई दिन के अवकाश की बात किस एक्ट के तहत् कर रहे है