टिहरी झील के ऊपर आवागमन हेतु लगाई गई नाव नए साल के पहले दिन बन्द होने से बांध प्रभावितों की मुश्किलें बढ़ी
2005 में टिहरी झील बनने से पहले प्रतापनगर आने जाने के लिए भागीरथी ओर भिलंगना नदी के ऊपर 17 पुल बने हुए थे टिहरी बांध की झील बनने के बाद यह 17 पुल झील में डूब गए उसके बाद प्रताप नगर की जनता को आने-जाने की अनेक समस्याओं से जूझना पड़ा प्रताप नगर की जनता की मांग पर उत्तराखंड सरकार और जिला प्रशासन ने टिहरी बांध की झील के ऊपर प्रताप नगर की जनता के लिए आने जाने के लिए
12 स्थानों पर नाव को लगाई,बीते 31 दिसंबर 2018 तक प्रताप नगर की जनता का आवागमन हो रहा था
परंतु नाव स्वामियों को 9 महीने से भुगतान न मिलने के कारण नाव संचालकों ने जिला प्रशासन को 26 दिसंबर 2018 को ज्ञापन दिया था और ज्ञापन में स्पष्ट किया था कि अगर 9 महीने का भुगतान 31 दिसंबर 2018 तक नहीं दिया जाता है तो नये साल 1 जनवरी 2020 से नाव का संचालन बंद कर देंगे जिससे प्रतापनगर की समस्याओं बढ़ेगी
और आज नये साल पर नाव मालिकों और संचालकों ने टिहरी बांध की झील के ऊपर लगी नावों को बंद कर दिया है जिससे प्रताप नगर की जनता का आवागमन बंद हो गया है प्रताप नगर की जनता को नए साल पर मुश्किलें बढ़ गई हैं
इस मामले में जब टिहरी के जिला प्रभारी जिला अधिकारी अभिषेक रोहिल्ला से पूछा गया तो उनका कहना था कि टिहरी बांध परियोजना के द्वारा पुनर्वास विभाग को नाव का पैसा दिया जाता है लेकिन टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों द्वारा पुनर्वास विभाग को अभी तक नावों स्वामियों और संचालकों का भुगतान नहीं भेजा गया जिसके लिए टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों के साथ वार्ता चल रही है जल्दी ही इस मामले को निपटा दिया जाएगा जिस नाव से प्रताप नगर की जनता का आवागमन होता था