टिहरी झील के आस-पास बांध प्रभावित को आने-जाने के लिए लगायी गयी वोट बन्द होने के कारण ग्रामीण कहीं आ जा नहीं पा रहे थे, जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। आक्रोशित ग्रामीणों ने आज जिलाधिकारी कार्यालय में टिहरी बांध परियोजना के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों का कहना है कि झील के कारण बांध प्रभावितों को आर-पार जाने के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिस कारण गांव के लोग कई दिन से अपने खाने-पीने के सामान, अस्पताल व रोजमर्रा के काम करने के लिए बाजार नहीं जा पा रहे हैं।
पूर्व में पुनर्वास निदेशालय ने ग्रामीणों की परेशानियों को देखते हुए अनुबंध के आधार पर नौताड़, नकोट, डोबरा, रौलाकोट, चांठी आदि स्थानों पर वोट लगाई गई। लेकिन नई साल आते ही वोट संचालकों द्वारा वोटों का संचालन बंद कर दिया गया है। जिस कारण आक्रोशित ग्रामीणों ने आज जिलाधिकारी कार्यालय में आकर बांध परियोजना के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और उसके पुनर्वास निदेशक को ज्ञापन देकर जल्द ही वोटों को पुनः संचालित करने की मांग की।
पुनर्वास निदेशक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्द ही वोटों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा जिससे ग्रामीणों को आर पार जाने में किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।