42 वर्ग किलोमीटर तक फैली टिहरी बांध की झील के ऊपर बन रहा देश का सबसे लंबा डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज को दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज की तर्ज पर पांच करोड़ की लागत से अत्याधुनिक फसाड लाइटिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। जिससे पुल ल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने सहायक अभियंता गिरीश पैन्यूली ने बताया कि लाइटिंग सिस्टम में 20 तरह की थीम अपलोड की जाएंगी, जिससे होली, दीवाली, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस आदि महत्वपूर्ण मौकों पर पुल उसी तरह की रोशनी में जगमग रहेगा। ओर यह डोबरा-चांठी पुल उत्तराखंड प्रदेश का पहला पुल है, जिस पर फसाड लाइट लगाई जा रही है। लोनिवि की इलेक्ट्रिकल विंग ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। मार्च से पहले लाइटिंग का काम पूरा कर लिया जाएगा। डोबरा-चांठी पुल के प्रोजेक्ट एसएस मखलोगा का कहना है कि फसाड लाइट विशेष प्रकार की लाइट होती है। वह जिस स्थान पर लगती है, उसी पर फोकस रहती है। इससे रोशनी इधर-उधर नहीं बिखरती। दिल्ली में संसद भवन और सिग्नेचर ब्रिज और कोलकाता में हावड़ा ब्रिज पर यह लाइट लगी हैं। उत्तराखंड में पहली बार किसी पुल पर यह लाइट लगाई जा रही हैं।