उतरकाशी-जहा कोरोना को लेकर तमाम वॉरियर्स अपने जीवन की परवाह न करते हुए जी जान से जुटे है वंही आज बर्फीले पहाड़ के टूटने या यूं कहें कि बर्फ की नदी के पहाड से सड़क पर आ जाने से वॉरियर्स की जान पर बन आयी जिन्हें प्रशासन द्वारा बीआरओ के सैन्य शिविर में सुरक्षित रुकाया गया है हालाँकि गंगोत्री नेशनल हाइवे चांग त्यांग के पास पूरी तरह से बंद हो गया है जिसके कल तक खुलने की उम्मीद है ।
बर्फ ही पहाड़ों की पहचान है लेकिन खूबसूरत बर्फ धरातल पर कितनी खौफनाक हो सकती है, इसकी तस्वीर हम आपको दिखा रहे हैं।
यह गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग है जो धराली के पास चांग थांग नामक जगह पर एक एडवेंचरस रूप ले रहा है।आपने पानी की नदियों को बहते देखा होगा लेकिन गोर से देखिये किस तरह से ऊंचे पाहाड से बर्फ किसी नदी के रूप में नीचे सड़क की तरफ आ रही है वंही गोर से सुनिए कोरोना वोरियर्स की आवाज सभी डर से किस तरह से बोल रहे है असल मे ये लोग गंगोत्री में रह रहे लोगो को सेनेटाइज करके लौट रहे थे लेकिन खतरा भांप कर रुक गए एक व्यक्ति कह भी रहा है कि हमने रुकने का निर्णय सही लिया ।तसल्ली इस बात की है कि लौक डाउन के चलते ट्रैफिक बंद है और लोग घरों में कैद हैं अन्यथा इस दौरान कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। हालांकि टीम के सभी लोगो को सैन्य शिविरों में सुरक्छित रोका गया है लेकिन हाइवे अभी भी नही खोला जा सका है ।