ऋषिकेश
कमलेश भट्ट के चचेरे भाई विमलेश भट्ट ने बताया कि मृतक कमलेश का परिवार बहुत गरीब स्थिति में है और कमलेश के सहारे ही घर परिवार चलता था मां चल फिर नहीं सकती है और बीमार रहती है इसलिए उत्तराखंड और भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि कमलेश भट्ट जिस होटल में काम करता था उस कंपनी से कंपनी से मुआवजा दिलाया जाए ताकि कमलेश के परिवारों को कुछ राहत मिल जाए
टिहरी जिले के जौनपुर विकासखंड के सत्यों में सेमवाल गाव निवासी कमलेश भट्ट की दुबई में 16 की रात को मौत में हो गई थी. जिसके बाद उनके शव को भारत लाने की मांग चली आ रही थी. कुछ दिनों बाद उनका शव लाया गया लेकिन आपसी सामंजस्य और सरकार की उदासीनता के चलते शव को वापस आबूधाबी भेज दिया गया. जिसके बाद कमलेश का परिवार काफी हताश हुआ. जिसके बाद भी हार न मानते हुए भी उनके चचेरे भाई ने कोर्ट की शरण ली. जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर सरकार ने कमलेश के शव को वापस लाने की व्यवस्था की. देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पर रात करीब 2 बजे कमलेश का शव पंहुचा. जिसके बाद शव को परिजनों के सुपुर्द किया.
कमलेश के चचेरे भाई विमलेश भट्ट ने बताया कि सरकार ने जिस तरह से इस बार साथ दिया अगर पहले ही इसी तरह से साथ देती तो शायद कमलेश के शव की फजीहत नहीं होती. उन्होंने कहा सरकार को सभी की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए.
इस वीडियो में कमलेश की फ़ोटो को ब्लर इस लिए नही की ताकि उसके मा व परिजन विडियो में अपने बेटे को देख सके,