टिहरी जिले के प्रताप नगर विधानसभा के अंतर्गत मोटना गांव निवासी महावीर सिंह दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे जो किसी बीमारी से पीड़ित थे जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा था लेकिन लॉक डाउन होने के कारण दिल्ली के अस्पताल ने मरीजों का इलाज करने से बंद कर दिया था उसके बाद महावीर सिंह देहरादून के जौलीग्रांट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आए वहां पर इलाज करने के बाद वह एंबुलेंस के माध्यम से अपने गांव मोटना पहुंचे और महावीर सिंह को आभास हो गया था कि वह कुछ ही दिन जीवित रह पाएंगे इसलिए वह जौलीग्रांट से सीधे एंबुलेंस के माध्यम से अपने घर मोटना पहुंचे ओर अपने परिजनों से कह दिया था कि मेरे देहरादून में रह रहै बच्चो को घर बुला दो लेकिन लॉक डाउन होने के कारण महावीर के दो बेटियाँ सुनैना ओर सुनीता घर नही आ सके
इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता विरेन्द्र बरवांन ने ट्यूटर पर लॉक डाउन के कारण देहरादून में फसी इन लड़कियों के बारे में पोस्ट डाली तो उनके बाद प्रतापनगर के विधायक विजय सिंह पंवार,ने देहरादून सेलाकुई के थाना प्रभारी विपिन बहगुणा ने ट्यूटर का संज्ञान लेकर इन लड़कियों का देहरादून से टिहरी जाने का पास बनवाया, ओर अब यह लड़किया देहरादून से अपने घर टिहरी के लिए चल चुकी है देहरादून के सेलाकुई थाना प्रभारी ने इनकी मदद करते हुए इन्हें घर भेजने का कार्य किया,उसके बाद यह लड़कियां अपने घर मोटना पहुंची
दुख दुख की बात यह है कि लॉक डाउन के कारण यह लड़कियां अपने पिता के अंतिम दर्शन भी नहीं कर सकी यह लड़कियां देहरादून के सेलाकुई में किसी कंपनी में नौकरी करती हैं