आपको बता दें कि टिहरी बांध की झील के किनारे बसे उप्पू गांव के 110 से अधिक परिवारों ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह 15 सालो से विस्थापन की मांग करते आ थे है लेकिन की भी सुनने को तैयार नही है इस लिए ग्रामिणो ने शासन प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्दी विस्थापन नहीं किया गया तो ग्रामीण टिहरी बांध की झील में जल समाधि ले लेंगे
टिहरी झील का पानी गांव के नीचे मकानों तक आ गया है यहां तक की टिहरी झील का पानी बढ़ने के कारण उप्पू गांव के मंदिर के चारों तरफ झील का पानी आ गया है जिससे उप्पू गांव के लोगों के साथ कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है
टिहरी झील का जलस्तर बढ़ने से कभी भी उप्पू गांव टिहरी झील में समा सकता है ग्रामीणों ने टिहरी बांध परियोजना और पुनर्वास विभाग पर आरोप लगाया कि वह 15 सालों से विस्थापन की मांग करते आ रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन के द्वारा ग्रामीणों की सुध नहीं ली गई जिससे ग्रामीणों को मजबूरन जल समाधि लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है अगर ग्रामीणों के साथ कुछ भी अनहोनी होती है तो उसके जिम्मेदार टिहरी बांध परियोजना व पुनर्वास विभाग रहेगा