पीपीमोड में चल रहे स्वामी राम हिमालयन जिला अस्पताल बौराड़ी में व्यवस्थायें सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। बौराड़ी अस्पताल में बवाल होने पर अस्पताल प्रबंधन ने महिला को एडमिट किया और उसके बाद र गर्भवती की महिला नार्मल डिलीवरी हो गई,
जिलाध्यक्ष राकेश राणा ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अस्पताल के बाहर धरना शुरू कर दिया।
जिस पर सीएमओ ने जिला अस्पताल बौराड़ी के सीएमएस डॉ अर्चिता जैन लापरवाही करने वालो के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश लिखित रूप से दिये हैं।
धरना देने वाले कांग्रेसियों ने सीएमओ पत्र लिखकर अवगत कराया कि बीती 17 मई की रात्रि 11 बजे मुखमाल गांव निवासी प्रसव पीड़ा से कराह रही सरिता देवी (24) पत्नी बिशन सिंह सीएचसी प्रतापनगर की एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय बौराड़ी लाया गया। रात को एक डाक्टर व नर्स ने यह कहकर महिला को अस्पताल से बाहर कर दिया कि उनका आपरेशन होना है। इसलिए इलाज यहां नहीं किया जा सकता। रात को तीन बजे तक गर्भवती महिला ओर परिजन अस्पताल के बाहर ठंड में रहे। 3 बजे के बाद सांई चौक चले गये।
पीड़ित महिला के परिजनो ने राकेश राणा को पूरी घटनाक्रम बताई,ओर उसके बाद पीड़ित महिला को दोबारा सुबह के वक्त अस्पताल लाया गया।
गर्भवती महिला के रात को बाहर करने पर अस्पताल में कांग्रेसियों ने वबाल मचाते हुये जिला अस्पताल के सामने धरना शुरू करते हुये इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार डाक्टर व नर्स पर कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेसियों ने डाक्टर नर्स पर गर्भवती महिला व परिजनों के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया।
वही बौराड़ी अस्पताल की सीएमएस डॉ अर्चिता जैन का कहना है कि इस अस्पताल को पीपीमोड पर स्वामी राम हिमालयन द्वारा चलाया जा रहा है और उन्ही के स्टाफ द्वारा महिला को लेकर जो लापरवाही की गई उसके लेकर पीपीमोड में कार्यरत डॉ से जबाब मांग है और ठोस जबाब न मिलने पर कार्यवाही की जा रही है और यह भी निदेश दिए है कि जो भी मरीजी रेफर किया जाएगा उसे सीएमएस के परमिशन से किया जाएगा,
वही कल विधायक धन सिंह नेगी ने भी औचक निरीक्षण किया था और अभी औचक निरीक्षण किये हुए 24 घण्टे भी नही भी नही बीते ओर फिर पीपीमोड पर स्वामी राम हिमालयन के प्रबंधक की दादागिरी सामने आ गई,