डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने तहसील कंडीसौड़ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने तहसील में पसरी गंदगी पर कड़ी नाराजगी प्रकट की करते हुए तत्काल तहसील को साफ सुथरा करने के निर्देश दिए हैं।
वही नजारत, नकल खतौनी कक्ष व रजिस्ट्रार कानूनगो कक्षों व अलमारियों में दस्तावेज अव्यवस्थित ढंग से रखे हुए पाए गए। जिसपर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित पटल प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए रेकॉर्ड/फाइलों को व्यवस्थित तरीके से रखने के निर्देश दिए है।
पत्रावलीयों के अव्यवस्थित पाए जाने एवं जिलाधिकारी द्वारा मांगी गई पत्रावलियों को प्रस्तुत नहीं किए जाने पर जिलाधिकारी ने नजारत अधिकारी दर्शनलाल थपलियाल को कार्यशैली में सुधार लाने व रजिस्ट्रार कानूनगो गंगा पेटवाल का स्पष्टीकरण तलब किया है।
तहसील क्षेत्रान्तर्गत आपदा से क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे संबंधी दस्तावेजों के निरीक्षण में पाया गया कि दो राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्रों से लगभग 200 मामलों में से 133 को फसल क्षति का मुआवजा वितरित किया गया। जिसमें से 21 प्रभावितों का मुआवजे की राशि खाता संख्या में त्रुटि के कारण वापिस राजस्व विभाग के खाते में आयी है।जिस पर जिलाधिकारी ने रजिस्ट्रार कानूनगो को निर्देश दिए कि जितने भी लोगों को फसलों की क्षति का मुआवजा वितरित किया गया है उसको वेरीफाई करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि यह स्पष्ट हो सके कि जिन व्यक्तियों को मुआवजा दिया गया है उनके खाते में मुआवजे की धनराशि पहुंची भी है या नहीं। वहीं जमीन नामांतरण के दौरान जारी होने वाले घोषणा पत्रों को सह-खाता धारकों सहित सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने के निर्देश दिए ताकि ऐसे मामलों में पारदर्शिता बनी रहे। क्षेत्र में राजस्व पुलिस के मामलों की जांच में कुल 12 मामले पाए गए जिसमे से 4 रेगुलर पुलिस को स्थानांतरित, 4 पर आरोप पत्र जारी व 4 पर विवेचना जारी होने पाया गया। वही तहसील कोर्ट में जमीन नामांतरण के भी 24 मामले लम्बित पाए गए जिनको शीघ्र निस्तारण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए है। इसके अलावा जिलाधिकारी ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को निर्देश दिए कि वह अपने कार्यों के साथ-साथ तहसील के सभी पटलो का निरीक्षण करते हुए दस्तावेजों व भवन की स्थिति को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त करें। वही खाता खतौनी हो से अर्जित राजस्व की धनराशि को नजारत कक्ष के सिंगल लॉक मैं रखने के निर्देश दिए हैं। रिकॉर्ड रूम के निरीक्षण के दौरान सभी दस्तावेज व्यवस्थित व सुरक्षित पाए गए।
जिलाधिकारी ने राजस्व उपनिरीक्षक चौकी छाम का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में अतिक्रमण, संदर्भ व दैनिकी से सम्बन्धी पंजिका प्रस्तुत नहीं किये जाने पर जिलाधिकारी ने राजस्व उपनिरीक्षक को कड़ी फटकार लगाते अतिक्रमण पंजिका बनाने के निर्देश दिए है वहीं संदर्भ व दैनिकी पंजिका के अवलोकन हेतु एसडीएम को निर्देश दिए है। पटवारी चौकी छाम का 1989 के बाद राजस्व विभाग के किसी भी सक्षम अधिकारी द्वारा निरीक्षण नहीं किया जाना पाया गया।
जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छाम के निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका, प्रसव कक्ष व एएनएम सेंटर का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एएनएम सूचित रावत को आयरन और कैल्शियम की दवाओं के वितरण का लेखा-जोखा रजिस्टर में दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।