उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार बनाने का दावा कर रही है लेकिन मंगलवार का दिन आम आदमी पार्टी के लिए भारी दिक्कतें लेकर आया पार्टी के 75 नेताओं ने एक साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली..भाजपा ने आखिर चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को किस तरह का झटका दिया है ।
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी बड़े पैमाने पर जीत का दावा कर रही है । प्रदेश में पहला चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी सरकार बनाने का सपना भी देख रही है लेकिन भाजपा ने आम आदमी पार्टी के सपने में बड़ी हिस्सेदारी कर दी है मंगलवार के दिन भाजपा प्रदेश कार्यालय में आम आदमी पार्टी के 75 कार्यकर्ताओं ने एक साथ पार्टी ज्वाइन की। उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में इन नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका है क्योंकि इनमें से 29 पार्टी के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि भाजपा की नीति और कार्यप्रणाली से प्रेरित होकर यह सभी भाजपा में शामिल हुए हैं।
उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा है कि भाजपा एक ऐसा संगठन है जो राष्ट्र के लिए काम करता है और कार्यकर्ताओं की दम पर कार्य करने वाली पार्टी है आम आदमी पार्टी का उत्तराखंड में कोई अस्तित्व नहीं है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के कार्य प्रणाली से प्रेरित होकर यह सभी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं
आम आदमी पार्टी के संयुक्त सचिव और पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज द्विवेदी और जितेंद्र मलिक ने सीधे तौर पर कहा है कि आम आदमी पार्टी अब वैसी नहीं रही जो शुरू में नजर आती थी पहले राष्ट्र को एकजुट करने के नाम पर आम आदमी पार्टी अपना हर कदम उठाती थी लेकिन अब सेना के पराक्रम पर ही सवाल उठाने वाली पार्टी बनकर रह गई है फ्री के नाम पर जनता को सिर्फ लालच दे रही है आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है प्रदेश की 70 विधानसभाओं में जीत की बात तो बहुत दूर किसी भी एक सीट में जमानत तक बची हुई नजर नहीं आएगी।
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी 2022 चुनाव में सरकार बनाने का सपना देख रही है लेकिन संगठन के तौर पर आम आदमी पार्टी भाजपा और कांग्रेस के सामने कमजोर नजर आ रही है और ऐसे में एक साथ 75 नेताओं का पार्टी छोड़ना पार्टी के लिए बड़ी मुश्किल है खड़ी कर सकता है।