गंगा नदी राफ्टिंग प्रबन्धन समिति की बैठक प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल तथा जिलाधिकारी/ गंगा नदी राफ्टिंग प्रबन्धन समिति की अध्यक्ष इवा आशीष श्रीवस्तव की अध्यक्षता में तहसील सभागार भवन नरेन्द्रनगर में सम्पन्न हुई। बैठक में गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति के विवादित विन्दु की समस्याएं के समाधान हेतु आयोजित की गयी। बैठक में राफ्टिंग, बोट्स ऑपरेटर के दस बिन्दुओं की मांग थी, जिनमें मुख्यतः पुल आउट एंव इन प्वाईटो का निर्धारण, पार्किंग, सडक मार्ग, शौचालय निर्माण, समिति के पास जमा धनराशि का व्यय, गाईड हेतु लाईफ सेविंग के प्रशिक्षण को अनिवार्य न करना, समिति द्वारा जी०एन०आर० के माध्यम से एम्बुलेस का क्रय,गंगा नदी राफ्टिंग रोटेशन समिति द्वारा समस्त फर्मों को रोटेशन प्रक्रिया में लाना, रापिटंग के दौरान दुर्घटना होने पर फर्म का पंजीकरण निरस्त न किया जाने के सम्बन्धी थी।
बैठक में कृषि मंत्री श्री उनियाल ने कहा कि जिन फर्म का पंजीकरण निरस्त किया गया है उन फर्म के बारे में पुनः उचित कार्य वाही की जायेगी। कृषि मंत्री ने बैठक प्रत्येक तीन माह में करने के निर्देश दिये।
बैठक में कृषि मंत्री द्वारा चार मोबाईल शौचालय, एक एम्बुलेंस तथा दो रेस्क्यू राफ्ट की स्वीकृति दी गयी।
जिलाधिकारी ने बताया कि जब तक वन भूमि हस्तान्तरण नहीं होती तब तक अस्थायी व्यवस्था की जायेगी तथा रेड लाईन से नीचे पानी के होने बाद रापिंटग की अनुमति दी जायेगी ।
इस अवसर पर गंगा नदी राफ्टिंग समिति के उपाध्यक्ष/उप जिलाधिकारी नरेन्द्रनगर देवेन्द्र सिंह, सचिव/ पर्यटन अधिकारी सोबत राणा, सदस्य दिनेश भटट, देवेन्द्र रावत दिनेश कठैत धर्मेंद्र नेगी, बुद्धी सिंह , योगेश बहुगुणा, विक्रम कोठियाल आदि उपस्थित थे
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