सैनिक सम्मान समारोह में शहीद सैनिकों के परिजनों का सम्मान ना किये जाने पर परिजनों ने लगाया उपेक्षा का आरोप,कह हो रही है राजनीति

0
429

टिहरी जिले के चंबा में कल शहीद सैनिक सम्मान समारोह में हुआ जिसमें कुछ शहीद सैनिकों का सम्मान नही किया गया जिसको लेकर शहीद सैनिकों के परिजनों ने लगाया उपेक्षा का आरोप लगाते हुआ कह सैनिक सम्मान समारोह के नाम पर की जा रही है राजनीति,

आपको बता दें कि टिहरी जिले में चंबा ब्लॉक के अंतर्गत बीड़ गांव निवासी स्वर्गीय नायक गिरीश चंद जम्बू कश्मीर में 1993 में हुए ऑपरेशन रक्षक में शहीद हो गए थे शहीद होने के बाद सरकार के द्वारा शहीद के परिजनों के साथ वादा किया गया था कि शहीद नायक गिरीश चंद के पुत्र कृष्णा चंदा रिटायर्ड हवलदार ओर शहीद गिरीश चंद की पत्नी सरोजनी ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के द्वारा जमीन दी जाएगी और इनके गांव बीड के प्राथमिक विद्यालय का नाम शहीद के नाम से रखा जाएगा, परंतु 1993 से लेकर आज तक शहीद गिरीश चंद ममगाई के परिजनों के साथ किये गए ना तो वादे के अनुसार जमीन दी गई और ना ही इनके गांव के स्कूल का नाम शहीद के नाम पर रखा गया,

जिसको लेकर शहीद गिरीश चंद के परिजनों ने नाराज होकर उत्तराखंड में बन रहे पांचवें धाम सैनिक धाम के लिए मिट्टी नहीं दी, हद तो तब हो गई जब कल चंबा में सैनिक सम्मान समारोह कार्यक्रम किया गया और उसमें इन शहीद गिरीश चंद ममगाई ओर दिनेश दत्त बहगुणा का नाम तक नहीं लिया गया जिसको लेकर शहीद के परिजनों ने आयोजक कर्ताओं के प्रति नाराजगी व्यक्त की है और कहां कि हम तब तक सैन्य धाम को बनाने के लिए मिट्टी नहीं देंगे जब तक वादे के अनुसार मांगे पूरी नहीं की जाती है

वही टिहरी जिले के खेमड़ा गांव निवासी आशीष ने कल चम्बा में हुए सैनिक सम्मान समारोह के आयोजन कर्ताओं पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि कारगिल शहीद में उनके चाचा दिनेश दत्त बहुगुणा शहीद हो गए थे और सरकार ने घोषणा की थी कि शहीद दिनेश दत्त बहगुणा के नाम से उनके गांव तक सड़क बनाई जाएगी लेकिन आज तक इनके गांव में सड़क नहीं बनी ,जिस कारण दिनेश दत्त बहगुणा के परिजनों ने भी सैनिक धाम के लिए मिट्टी नहीं थी और कल चंबा में हुए सैनिक सम्मान समारोह में दिनेश दत्त बहगुणा का भी नाम नहीं लिया गया जिससे शहीद सैनिक के परिजनों ने आयोजक कर्ता और इस कार्यक्रम में आये राजनीतिक पार्टियों के नेताओ पर उपेक्षा का आरोप लगाया है और कहा कि शहीद सैनिकों के ऊपर स्थानीय राजनीति करने वाले लोगों के द्वारा राजनीति की जा रही है जो नहीं होनी चाहिए क्योंकि शहीद सैनिक पूरे देश के लिए शहीद हुआ है ना कि राजनीति करने वाले व्यक्ति के लिए

वही सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारी कर्नल जी एस चंद से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि हम मिट्टी लेने घर पर गए थे लेकिन उन्होंने मिट्टी देने से मना कर दिया उसके बाद कल के कार्यक्रम में हमने समझा कि यह नाराज है तो थ कार्यक्रम ने नही आएंगे इस लिए नाम नही लिया गया,

इसलिए जिस घर की मिट्टी नहीं लाई गई है उस घर के शहीद सैनिकों का नाम नहीं लिया गया,ओरबिस मामले में हमने सैनिक कल्याण के माध्यम से शासन को पत्र लिखकर सूचित करवा रहे है,

शहीद सैनिकों के परिजनों ने अब यह भी सवाल उठा दिए हैं कि कि जिन्होंने अगर मिट्टी नहीं दी है और उनका नाम नहीं लिया गया है तो इस पर स्थानीय स्तर पर खुलकर राजनीति की गई जबकि जो शहीद हुए हैं वह देश के लिए शहीद हुए हैं इस पर सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here