जहां प्रदेश सरकार खनन माफियाओं पर नकेल कसने के काम कर रही है वही टिहरी जिले में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है ,
मामला टिहरी जनपद के प्रतापनगर विकासखंड के ग्राम पंचायत भरपूर स्यालगी का है जहां रात से लगातार जल कुर नदी पर जाने के लिए जेसीसबी ,पोकलैंड मशीन ग्रामीणो के खेतों से बिना ग्रामीणो के अनुमति से खेतों को बर्बाद करके रास्ता बना रहा है,
भरपूर स्यालगी गाव के ग्रामीणों को जैसे पता चला तो ग्रामीण मोके पर पहुंचकर जेसीबी मशीन को रोका और खनन करने वाले के विरोध में काम रुकवाया
ग्रामीणो ने खनन माफियाओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना अनुमति के जेसीबी को खेतों में उतारा गया जिससे ग्रामीणों के रास्ते गूल नहर खेती ओर ग्राम पंचायत की भूमि को तबाह कर दी गई है
ग्रामीणो के विरोध करने के बाद ठेकेदार मौके पर नहीं आया और ग्राम पंचायत की अनुमति के बिना ग्राम पंचायत की भूमि का अवैध रूप से कटान कर दिया और नदी पर जाने का रास्ता बना रहा है जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया और ग्रामीणो ने उपजिलाधिकारी प्रतापनगर को इसके बारे में सूचना दे दी लेकिन मोके पर कोई नही पहुंचा,
ग्रामीणो के काफी विरोध हंगामा कटने के बाद पटवारी ओर स्वस्थ बिभाग के एक कर्मचारी मोके पर आये ओर पटवारी वीडियो में साफ कह रहा है कि जो सामने आए है उन्ही से बात करो जो इस काम को करवा रहे है और स्वस्थ बिभाग का कर्मचारी ग्रामीणो को हाथ जोड़कर समझने की कोशिश कर रह है कि काम होने दो,जिसपर ग्रामीण साफ़ कह रहे है कि आप लोग खूब रुपये कमाएंगे ओर खेतो का नुकसान करके ग्रामीणो को नुकसान पहुंचाया जा रहा है यह कहा कि न्याय है,
सवाल उठता है कि अगर ग्रामीणो के साथ स्वस्थ बिभाग का कर्मचारी समझौते के लिए मोके पर आया है तो वह सेवा नियमावली का उलंघन है,
ओर कही न कही इस काम मे संलिप्त है,ओर अगर दूसरे पहलू से भी देखा जाय तो खनन के कार्य मे स्वस्थ बिभाग का मोके पर क्या काम है ,जो सवाल खड़े कर रहा है
ओर एसडीएम प्रताप नगर से फोन पर मामले की जानकारी जाननी चाही तो एसडीएम प्रतापनगर ने कहा कि उनके संज्ञान में मामला नहीं है और वह चार धाम यात्रा में इस समय ड्यूटी कर रहे हैं