भू-बैकुंठ श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शनिवार, शुभ मुहूर्त में सांय 3 बजकर 35 मिनट पर विधि विधान, वैदिक परम्परा एवं मंत्रोचारण के साथ शीतकाल के लिए बन्द कर दिए गए। पंच पूजाओं के साथ शुरू हुई कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतिम दिन भगवान नारायण की विशेष पूजा अर्चना की गई। मुख्य पुजारी रावल जी, मंदिर समिति के सदस्यों एवं सैकड़ों श्रद्वालुओं की मौजूदगी में भगवान बद्री विशाल जी के कपाट इस वर्ष शीतकाल के लिए बंद किए गए। कपाट बंद होते समय आर्मी के मधुर बैंड ध्वनि ने सबको भावुक कर दिया। कपाट बंद होने से पूर्व भगवान को घृत कम्बल पहनाया गया। इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्वालुओं ने भगवान के कपाट बंद होने की प्रक्रिया देखी। पूरी बदरीनाथपुरी जय बदरी विशाल के उद्घोष के साथ गूंज उठी। मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी नम्बूदरी ने इस वर्ष की अंतिम पूजा की। कपाट बंद होने का माहौल अत्यंत धार्मिक मान्यताओं, परम्पराओं के साथ हुआ। कपाट बंद होने के अवसर पर बडी संख्या में श्रद्वालुओ ने पूरे भाव भक्ति से भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए।
- Advertisement -
Latest article
सिनेमाघरों में धीमी हुई ‘जाट’ की रफ़्तार, जानिए फिल्म के पांच दिनों का कलेक्शन
सनी देओल और रणदीप हुड्डा की अदाकारी से सजी फिल्म 'जाट' 10 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म का प्रचार जोर शोर से...
आज अपना 78वां स्थापना दिवस मना रहा हिमाचल
यहां पढ़िए हिमाचल की प्रमुख कहानी
हिमाचल प्रदेश। पहाड़ की चुनौतियों को पार कर हिमाचल प्रदेश मॉडल हिल स्टेट बन गया है। भारत के अपने...
डायबिटीज को करना चाहते हैं कंट्रोल, तो इन दो प्रकार के आटे को करें...
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिसका खतरा सभी उम्र के लोगों में देखा जा रहा है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी इसका शिकार...
मेयर चुनाव को लेकर राजधानी का सियासी तापमान तेज, 50 से अधिक पार्षद मेयर...
25 अप्रैल को होगा मेयर चुनाव
वर्तमान मेयर महेश कुमार को फिर से उम्मीदवार बनाने पर आप का मंथन जारी
भाजपा में हो रही एक...
मुख्यमंत्री धामी ने कुंभ 2027 के भव्य आयोजन लिए सभी साधु संतों का किया...
हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने हेतु भी संकल्पबद्ध होकर कार्य...