उत्तराखंड में लोगों के रहस्य मयी गुमशुदगी का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. एनसीआरबी की रिपोर्ट का कहना है कि पुलिस के प्रयासों के बावजूद भी कोई सफलता नहीं मिल पा रही है आंकड़े बताते हैं कि उत्तराखंड राज्य में 22 सालों में 7072 लोग गुमशुदा हुए हैं उत्तराखंड के 7 हजार से ज्यादा लोग लापता हैं न तो इनके परिजनों को इनकी जानकारी है और न ही पुलिस के पास ही इनका कोई सुराग. हैरानी के बात तो ये है कि इनमें 900 से ज्यादा तो छोटे बच्चे हैं.
- उत्तराखंड में पिछले 22 सालों में 7072 लोग लापता हुए जिनका अब तक कोई सुराग नहीं मिला
- साल 2021 में 3451 लोग हुए लापता, इसमें 1594 पुरुष और 1857 महिलाएं शामिल हैं
- दर्ज की गई गुमशुदगी में 987 बच्चे शामिल हैं. इसमें 450 बालक और 537 बालिकाएं मौजूद हैं
- पुलिस ने 22 सालों में 5886 लोगों को बरामद किया है. यह आंकड़ा गुमशुदा 7072 से अतिरिक्त है
- पड़ोसी राज्य हिमाचल की तुलना में लापता होने वाले लोगों का आंकड़ा उत्तराखंड में 2 गुना है