टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के अंतर्गत लैणीं भिलंग ग़ांव के मकानों में बड़ी-बड़ी दरार पड़ने से ग्रामीण दहशत में है जबकि इस गांव के आस पास ना तो नदी ना सुरंग, फिर भी मकानों में बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई है,
देवभूमि के पहाड़ों को आखिर लगी किसकी नजर देवभूमि के पहाड़ी हिस्से के अलग अलग जगहों से आ रही हैं भूधसाव और भूस्खलन की तस्वीरें, गांव के आस पास नदी ना सुरंग, फिर भी मकानों में आई दरारें।
आखिर देवभूमि उत्तराखंड को किसकी नजर लग गयी है देवभूमि के पहाड़ी हिस्से से आजकल भूधसाव और भूस्खलन की तस्वीरें सामने आ रही है
वहीं आज हम आपको टिहरी जिले के घनसाली विधानसभा के लैणीं भिलंग ग़ांव की तस्वीरें दिखा रहे हैं तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह से ग़ांव में भूधसाव हो रहा है घरों की दीवारें फट चुकी हैं घरों के आंगन फट चुके हैं स्थानीय लोगों का कहना है कि 2013 की आपदा के बाद ग़ांव के ऊपरी और निचले हिस्से से भूधसाव हो रहा है ग़ांव के 70 परिवार खतरे की जद में जीने को मजबूर हैं ग्रामीणों का कहना है कि ग़ांव में लगातार हो रहे भूधसाव से कई परिवार ग़ांव से पलायन कर चुके हैं और कुछ परिवार पलायन करने को मजबूर है ग्रामीणों ने कहा कि जिन परिवारों का रहने वाले भारत ए हैं वह परिवार डर के मारे उनके यहां चले गए लेकिन इस गांव में जिन परिवारों का कहीं दूसरी जगह ठिकाना नहीं है वह मजबूरी में इसी गांव में रह गए हैं और हर समय मन में डर बना हुआ है
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा विगत 2022 में ग़ांव का सर्वे किया गया मगर अभी तक ग्रामीणों का विस्थापन नही किया गया है जिससे ग्रामीण खोफ की जद में जीने को मजबूर हैं और डरे सहमे ग्रामीण ग़ांव से पलायन करने को मजबूर हैं।
वही घनसाली के उप जिलाधिकारी ने बताया कि यहां पहले भी दरार पड़ी थी और इस समय ग्रामीण कह रहे हैं कि बड़ी-बड़ी दरार पड़ी है तो इन दरारों की बारे में अपने उच्चाधिकारियों को बता दिया गया है और साथ ही अपने राजस्व निरीक्षकों को निर्देश दे दिए हैं कि वह गांव में ग्रामीणों की सुरक्षा पर ध्यान रखें ताकि कोई जनहानि ना हो,