एक महिला आरक्षी ने टिहरी जिले के कैंपटी थाना के पूर्व थानाध्यक्ष पर मानसिक रूप से उत्पीडन का आरोप लगाया है। आरक्षी ने अनावश्यक रूप से परेशान करने और धमकी देने के आरोपी उप निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जिसके बाद कैंपटी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
बता दें कि कैंपटी पुलिस थाने में तैनात रहे उप निरीक्षक पर एक महिला आरक्षी ने छोड़छाड़ कर मानसिक रूप से उत्पीडन का आरोप लगाया है। पीडिता की ओर से 12 जनवरी को कैंपटी थाना पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया, कि बतौर थानाध्यक्ष रहे अजय शाह उन्हें वहां ज्वाइनिंग करने के कुछ समय बाद से ही परेशान करने लगा। तहरीर में बताया गया कि आरोपी की हरकतों से तंग आकर महिला आरक्षी ने हमराह ड्यिटी करने से इनकार दिया था। बावजूद वह ताने मारकर मानसिक रूप से परेशान करता रहा। यहां तक कि वह रात को फोन कर भी परेशान करता था। जिससे महिला आरक्षी को मानसिक रूप से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। महिला पुलिसआरक्षी ने कहा कि इस तरह घिनौना कार्य कर मानसिक रूप से प्रताडित करने के दोषी उप निरीक्षक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। हालांकि बताया गया कि आरोपी का बीते साल अप्रैल माह में ही हरिद्वार तबादला कर दिया गया था। वर्तमान में वह रुड़की के बुग्गावाला पुलिस थाने में तैनात है। इस बाबत कैंपटी पुलिस थानाध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा कि आरक्षी की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ छेडख़ानी, अश्लील हरकत करने और मानसिक रूप से उत्पीडन करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। महिला हेल्प लाइन प्रभारी रेखा को जांच दी गई है। जांच करने के बाद ही आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गई है आश्चर्य है कि समाज की सुरक्षा करने वाले एक आध पुलिस के ऊपर इस तरह का घिनौना आरोप पुलिस विभाग में ही कार्यरत महिला के द्वारा छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है तो कुछ इस तरह के पुलिस से क्या उम्मीद की जा सकती है कहावत है कि एक मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है,वही अमूमन विभागों में देखा जाता है