घनसाली के राजकीय प्राथमिक विध्यालय लेणी हिंदाव में कार्यकर्ता शिक्षक क्षेत्र ही नही बल्कि ज़िले से लेकर प्रदेश में प्रेरणास्त्रोत बने हुए हें जिन्होंने विध्यालय की सिक्षा में तो सुधार किया लेकिन उन्होंने अध्यंनरत बच्चों के लिये स्मार्ट क्लास भी बनायी। जिससे प्राइवेट स्कूलो की तरफ़ रुख़ करने वाले बच्चे आज सरकारी स्कूल में पढ़ते हें।
पट्टी हिंदाव के राजकीय प्राथमिक विध्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत ह्रदयराम अन्थवाल आज प्राइवेट स्कूलो को पीछे छोड़कर सरकारी स्कूल में डिजिटल क्लास चला रहे हें। मूल रूप से अन्थवाल गाँव के रहने वाले अध्यापक ह्रदय राम अन्थवाल ने प्राथमिक विध्यालय लेणी में 2009 में कार्यरत हुए। विध्यालय की दयनीय स्तिथि थी वंहा पर मात्र 12 बच्चे सिक्षा ग्रहण करते थे। फ़र्नीचर तो दूर वंहा पर बच्चों के बैठने व कार्यालय उपयोग के लिये अलमारी तक की ब्यवस्था तक नहीं थी। स्थानीय गरमिणो के बच्चे पास के प्राइवेट स्कूल में धीरे धीरे जाने लगे थे। लेकिन अध्यापक अन्थवाल ने मन में ठान ली की वह पहले स्कूल में भोतिक सुधार करेंगे। उन्होंने अपनी तनख़्वाह से विध्यालय में रंगरोगन का कार्य सुरू किया। विध्यालय के बाहर आँगन और फ़ील्ड की मरम्मत करवाकर उन्होंने विध्यालय को फुलवारियाँ बनाकर भोतिक सुधार किये। स्कूल में घटती छात्र संख्या को लेकर वंहा चिंतित रहते थे। लेकिन उन्होंने सरकारी स्कूल की दशा और दिशा सुधारने की ठान ली थी।उन्होंने स्थानीय गरमिणो व अभिभावकों के सहयोग से सोचलया, पेयजल आपूर्ति, ओषधि वाटिका जेसे मुख्य कार्य करवाये। स्थानीय गरमिणो के साथ बैठककर बच्चों में सरकारी स्कूल के प्रति अध्यंन की रुचि बनायी। आज स्कूल में प्रोजेक्टर, डिजिटल बोर्ड के साथ कम्प्यूटर भी लगाये गये हें। जिनसे बच्चों को पढ़ाया जाता हे। आज वंहा पर वर्तमान में 45 बच्चे सिक्षा ग्रहण करते हें। शिक्षक ह्रदय राम अन्थवाल बताते हें की उनके यंहा से पढ़ने वाले बच्चे ज़िला स्तर व राज्य स्तर पर निकल चूके हें वन्ही एक बच्चा जवाहर नवोदय विध्यालय परीक्षा में भी पास हो गया हें। वन्ही मुख्यमंत्री उदयमान योजना में अब तक तीन बचे प्रतियोगिता में पहला स्थान ग्रहण कर चूके हें। अध्यापक को शेलेष माटयानी पुरुष्कर से भी नावाजा जा चुका हें। आज क्षेत्र का प्राथमिक विध्यालय प्राईवेट स्कूलो को मात दे रहा हे।