डेंगू में सबसे लाभदायक है कीवी फल, टिहरी जिले की कीवी क्वीन सीता देवी को मिल रही है कीवी फल की डिमांड,सीता देवी ने कीवी फल को बनाया स्वरोजगार का माध्यम,
आजकल प्रदेश में जगह जगह डेंगू ने अपना कहर बरपा रखा है,ओर डेंगू के इलाज में सबसे लाभदायक कीवी फल कारगर साबित हो रहा है और कीवी फल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है और एक कीवी फल की कीमत 30 से 50 रुपये हो गई,
सीता देवी ने विदेशी फल कीवी की खेती शुरू की तो लोगों ने उनका मजाक उड़ाया लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने फैसले पर अडिग रहकर खेतों में पसीना बहाया।
परंपरागत फसलों वाले क्षेत्र में जब सीता देवी ने विदेशी फल कीवी की खेती शुरू की तो लोगों ने उनका मजाक उड़ाया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने फैसले पर अडिग रहकर जमकर खेतों में पसीना बहाया। मेहनत रंग लाई और सीता देवी बन गई कीवी क्वीन।
आपको बता दे कि नई टिहरी मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर दुवाकोटी गांव निवासी सीता देवी कुछ समय से जंगली जानवरों से फसलों को नुकसान होता देख सोचती थी कि अब खेती करने में फायदा नहीं है, लेकिन परिवार के आर्थिक हालात ऐसे नहीं थे कि खेती करना छोड़ दें। वर्ष 2018 में उद्यान विभाग की कीवी को प्रोत्साहन देने की योजना की जानकारी सीता देवी को मिली तो उन्होंने कीवी की खेती करने का निर्णय लिया। विभाग की ओर से कीवी फल के उत्पादन का प्रशिक्षण लेने के लिए उन्हें हिमाचल प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। कीवी की खेती करने के उनके इस सपने पर गांव वालों ने उनका मजाक उड़ाया।
सीता देवी बताती हैं कि उन्हें तानें दिए जाने लगे। किसी ने भी उनका साथ नहीं दिया, लेकिन लोगों के तानों ने उनके अंदर इस कदर हिम्मत भर दी कि उन्होंने कीवी फल के पौधों को अपने बच्चों की तरह देखभाल की। उनके पति राजेंद्र सिंह व दोनों बच्चों विकास और राहुल ने भी उनके इस काम में पूरी मदद की। जिसकी बदौलत एक साल में बगीचा तैयार हो गया।
उद्यान विभाग ने वर्ष 2018 में जिले के 45 काश्तकारों को कीवी के पौधे बगीचा लगाने के लिए वितरित किए थे। कीवी फल के उत्पादन में 45 लोगों में से सीता देवी ने सबसे बढ़िया परिणाम दिया और उनके सभी पौधे जीवित बचे। औऱ सीता देवी दूसरों के लिए नजीर बन गई