नगर पालिका नई टिहरी में हुये गड़बड़ झाले का खुलासा अगले अंक में किया जायेगा,किस तरह से सरकारी धन को ठिकाने लगाया गया अभी पढ़े
नगर पालिका नई टिहरी की दादागिरी जिला मुख्यालय में विधायक निधि व राज्य वित्त योजना से बौराड़ी में निर्मित शहीद स्मारक निर्माण कार्य का भुगतान ठेकेदार को लंबे समय बाद भी न किए जाने पर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की कोर्ट ने नगर पालिका परिषद टिहरी पर कार्य की अवशेष धनराशि 12.93 लाख रूपये 4 माह के भीतर 8 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। सितंबर 2019 में कार्य पूरा होने के बावजूद नगर पालिका ने ठेकेदार को अवशेष धनराशि का भुगतान नहीं किया।
अधिवक्ता सोहन सिंह रावत ने बताया कि उनकी मुव्वकिल बौराड़ी निवासी महावीर प्रसाद नौटियाल ठेकेदारी व्यवसाय करते हैं। 18 सितंबर 2018 को नगर पालिका की ओर से जारी निविदा में उन्हें बौराड़ी में विधायक निधि व राज्य योजना के अंतर्गत शहीद स्मारक निर्माण कार्य आवंटित हुआ। करीब 15 लाख 12 हजार 220 रूपये में यह कार्य पूरा किया गया। इसके बाद विभाग ने 16 अगस्त 2019 को अवशेष कार्य और सौंदर्यीकरण कार्य भी कराया। जिसकी लागत भी करीब 15 लाख रुपये आंकी गई। 24 सितंबर 2019 को विभाग ने 15 लाख रुपये का भुगतान कर लिया लेकिन अवशेष भुगतान लटका दिया। कई बार लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। जुलाई 2021 में नोटिस के बावजूद विभाग ने भुगतान नहीं किया। आरटीआई में विभाग ने स्वीकार किया कि ठेकेदार का 12 लाख 93 हजार भुगतान और धरोहर राशि शेष बची है। थक हारकर वादी महावीर प्रसाद नौटियाल ने 6 सितंबर 2022 को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की कोर्ट में वाद दायर किया। कोर्ट ने विभाग से एमबी बुक, साइट निरीक्षण फोटो सहित अधिकारियों और ठेकेदारों की गवाही सुनी। जिसमें तथ्य सामने आया कि ठेकेदार ने कार्य समय पूरा किया लेकिन जान बूझकर उनका भुगतान लटकाया गया। जिस कारण उन्हें काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। 9 अप्रैल को बचाव और अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनने के बाद मंगलवार को सिविल जज (सीनियर डिविजन) की कोर्ट ने नगर पालिका टिहरी की डिक्री तैयार कर 12 लाख 93 हजार की धनराशि मय ब्याज वादी को लौटाने के आदेश जारी किए।
नगर पालिका नई टिहरी में हुये गड़बड़ झाले का खुलासा अगले अंक में किया जायेगा,किस तरह से सरकारी धन को ठिकाने लगाया गया