उत्तराखंड में भु-कानून व मूल-निवास लागू  करने की मांग को लेकर आगामी 9 नवम्बर से करेंगे आमरण अनशन,

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नई टिहरी जिला मुख्यालय के बौराड़ी में  उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति के बअगुवाई में  बैठक की गई और सभी लोगों ने बैठक में निर्णय लिया कि सरकार आगामी 9 नवंबर 2024 से पहले तक उत्तराखंड में भू कानून और मूल निवास नियमावली को लागू नहीं करती है तो एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा,
*जिसकी शुरुआत उत्तराखंड के गांधी इन्द्रमणि बडोनी की भूमि टिहरी जिला मुख्यालय से की जाएगी*
 जिसमें उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष राकेश भूषण को गोदियाल ने कहा सरकार को जल्दी से जल्दी आगामी 9 नवंबर तक सरकार को भू कानून और मूल निवास नियमावली  लागू कर देना चाहिए और *अगर सरकार में भू कानून और मूल निवास नियमावली को जल्दी ही लागू नहीं किया गया तो आगामी 9 नवंबर 2024 को वह टिहरी जिले में भूख हड़ताल शुरू कर करेंगे*
नई टिहरी शहर वासियों ने राकेश भूषण गोदियाल के इस कदम को अपना समर्थन दिया है और कहा कि टिहरी जिला हमेशा से बलिदानियों की भूमि रही है और हर मुद्दे पर टिहरी जिले ने अपनी अहम भूमिका निभाई है
*उत्तराखंड राज्य निर्माण में सबसे  बड़ी भूमिका निभाने वाले उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बडोनी की जन्म भूमि से आंदोलन का आगाज किया जयेगा*,
सरकार जल्दी ही उत्तराखंड में भु-कानून और मूल निवास को लागू करे,
 बैठक में भी कई सामाजिक संगठनों के द्वारा उत्तराखंड के राजनीतिक दलों पर  सवाल उठाए उठाए है कि आखिर में  दोनों दलों ने राजनीति सत्ता का लाभ लिया, ऒर इन दोनो दलों ने उत्तराखंड में सख्त भू कानून और मूल निवास लागू करने की कोई पहल नही की,
जबकि पहाड़ों में पहाड़ों की जमीन बाहरी लोगों द्वारा खरीदी जा रही हैं जिससे आने वाले समय में पहाड़ों में अपराध बढ़ रहे है और उत्तराखंड की संस्कृति बिलुप्त हो रही है
इसको बचाने के लिए अब टिहरी के लोगों ने आगे आकर उत्तराखंड के गांधी इंद्रमणि बनी के सपनों को पूरा करने के लिए एक हो गए है
जबकि जो भी पहाड़ी राज्य बनाए गए उनके द्वारा सख्त से सख्त भू कानून और मूल निवास लागू किया गया लेकिन उत्तराखंड के द्वारा उत्तराखंड के राजनीतिक दलों के द्वारा उत्तराखंड में ही भू कानून और मूल निवास लागू नहीं किया गया जिससे सरकार और कॉंग्रेस व भाजपा पर सवाल खड़े होने लगे हैं

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