शहर कांग्रेस कमेटी नई टिहरी व सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा आज साईं चौक बौराडी में मकर संक्रांति के त्यौहार पर राहगीरों, पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को खिचड़ी खिला कर शुभकामनाएं दी गई ।
सामाजिक कार्यकर्ता राकेश राणा का कहना है कि मकर संक्रांति के इस त्यौहार को हम विभिन्न तरीकों से मनाते हैं।
लेकिन टिहरी में आज यह कार्यक्रम सर्वधर्म समभाव की उद्देश्य को लेकर मनाया जा रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि टिहरी जनपद का एक अपना विशेष महत्व है। यह सांस्कृतिक गतिविधियों एवं सांस्कृतिक विरासत का केंद्र है। मकर संक्रांति को टिहरी में खिचड़ी संग्राद के रूप में मनाया जाता है और और यहां पर लोगों को खिचड़ी खिलाने का मुख्य उद्देश्य था कि हिंदुस्तान को एक संदेश देने का काम किया जा रहा है कि जिस तरह आज जो वर्तमान में सरकार है, वह कवि धर्म, जाति, राम रहीम के नाम पर लोगों को बांटने का काम कर रही है।
आज उन्हें हम एक संदेश देना चाहते हैं कि हिंदुस्तान मे हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में सब भाई भाई हैं और जो भी बार त्योहार मनाये जाते हैं, उन्हें हमें एकता के साथ सभी लोगों को मिल जुलकर साथ में मनाना चाहिए।
आज देश भर में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है। मकर संक्रांति के दिन से सूर्य छह माह के लिए उत्तरायन हो जाता है। इस दिन से हेमंत ऋतु से शरद ऋतु का आरंभ होगा। उत्तरायन होने के साथ ही सूर्य का तेज बढ़ जाएगा। सूर्य की किरणों की ऊष्मा बढने से मौसम में बदलाव होगा। मान्यता है कि मकर संक्रांति के बाद शीत का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगता है। सूर्य और शनि की विशेष दशा के कारण मकर संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व है।
इस त्यौहार में जहां एक तरफ लोग शहरों में पतंग उड़ाते हैं वही गढ़वाल क्षेत्र में इस दिन सुबह सवेरे गंगा में स्नान करने का एक विशेष महत्व है, साथ ही इस दिन गढ़वाल क्षेत्र में खिचड़ी खिलाने का बहुत महत्व है।