जिला अस्पताल बौराडी को उत्तराखण्ड सरकार के द्धारा पीपीमोड के तहत स्वामी राम हिमालय जोलीग्रान्ट को एक साल पहले पाच साल के लिये दे दिया गया है
लेकिन अस्पताल में कभी इलाज न होने के कारण तो कभी आपसी अन्दरूनी झगडो व मनमानी के कारण आये दिन विवादो में घिरा रहता हे
आज नई टिहरी जिला अस्पताल बौराडी में काम करने वाले नर्सिग कर्मचारी बिपिन चैहान ने स्वामी राम हिमालय जोलीग्रान्ट के प्रबन्धन के प्रोजेक्ट मैनेजर माधवन पर जबरदस्ती कोरे कागज पर इस्तीफा लिखवाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है
ओर कहा कि मैने अपने हाउस रैन्ट व अन्य सुबिधा की माग की थी जिसको लेकर प्रबन्धन मुझसे बदले की भावना से मेरे साथ कार्यावाही कर रहा हे।
नर्सिग कर्मचारी बिपिन को हटाने लेकर नई टिहरी के स्थानीय सामाजिक कार्याकर्ता भी आगे आ गये हे सामाजिक कार्याकर्ताओ का कहना हे कि बिपिन के साथ हो रहे अन्याय को सहन नही किया जायेगा।
नई टिहरी के सामाजिक कार्याकर्ताओ ने अस्पताल में आकर अस्पताल
इन्चार्ज को कमरे में बिठाकर घेरा लिया जिस पर अस्पताल इन्चार्ज को सफाई देनी पडी
जिसको लेकर बोराडी अस्पताल में हगामा हो गया और नर्सिग कर्मचारियो ने बिपिन चैहान के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ अस्पताल के बहार जमा होकर स्वामी राम हिमालय जोलीग्रान्ट के प्रबन्धन के अधिकारियो को मौके पर बुलाकर आमने सामने बात रखने को कहा
लेकिन इस मामले में अस्पताल के इन्चार्ज डा ए के सिन्हा को सफाई दैने के लिये सामने आना पडा ओर कहा कि बिपिन चोहान के साथ इस्तीफे को लेकर कोई दबाव नही बनाया गया वह 2012 से हमारा स्थाई कर्मचारी हे लेकिन इसका स्थानान्तर जोलीग्रान्ट किया गया हे