टिहरी गढ़वाल में घनसाली के दूरस्थ निवाल गांव निवासी धनपाल सिंह ने बड़ी हिम्मत करके हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट की नई टिहरी यूनिट (जिला अस्पताल बौराड़ी) को एक कानूनी नोटिस भेजा है। इस नोटिस में अस्पताल प्रबंधन पुनीत गुप्ता से एक सप्ताह के अंदर जबाब मांगा है,जबाब न देने पर पीड़ित करेगा एफआईआर व न्यायालय से कार्यवाही,
धनपाल का कहना है कि उसे मामूली पथरी की शिकायत थी, वह नई टिहरी स्थित जिला अस्पताल बौराड़ी अपना इलाज कराने गया तो डॉक्टर ने उसके शरीर के एक नाजुक हिस्से में नसों का गुच्छा होना बताया और तत्काल ऑपरेशन कराने की सलाह देते हुए जब धनपाल को ऑपरेशन थिएटर ले जा रहे थे उस समय धनपाल ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों से लिखित में मांगा की आप मेरी किस बीमारी का ऑपरेशन करने कर रहे,तो उन्हीने लिखकर देने से मना कर दिया,जिसपर पीड़ित धनपाल ने ऑपरेशन करवाने से मना कर दिया,
अचानक उठे दर्द के मारे धनपाल तत्कात ऑपरेशन कराने की सलाह से राजी नहीं हुए और अपने चिर परिचितों की राय से एम्स ऋषिकेश चला गया। तमाम जांचों के बाद एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि इतनी गम्भीर बीमारी नहीं है यह मात्र पथरी की शिकायत है जो कुछ जरूरी दवाइयां लेकर ठीक हो जाएगा। धनपाल फ़िलहाल स्वस्थ है। उसने आरोप लगाया कि न जाने कितने लोगों के साथ ऐसा बर्ताव किया गया होगा । इसलिए वह कोर्ट की शरण मे गया है,
वही धनपाल के एडवोकेट सोहन सिंह रावत का कहना है कि मेरे मुवक्किल ने अपनी समस्या को लेकर मेरे पास आया और हमने अस्पताल प्रबंधन के पुनीत गुप्ता को नोटिस भेजा है,और एडवोकेट रावत का कहना है कि मेरे मुवक्किल धनपाल के साथ जानबूझकर छल कपट, गुमराह कर रिपोर्ट तैयार करके मानसिक रूप से क्षति पहुंचाने का प्रयास किया गया है, साथ ही हमने अस्पताल प्रबंधन को इस मामले में 1 सप्ताह के अन्दर जवाब मांगा है, यदि अस्पताल प्रबंधन द्वारा संतोष पूर्ण जवाब नहीं दिया जाता है तो उनके खिलाफ एफआईआर व न्यायालय में कानूनन कार्यवाही की जाएगी।