ब्रेकिंग-टिहरी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत 290 सविंदा कर्मचारियों को हटाया जाने पर केे कर्मचारियों में आक्रोश, जो करना संक्रमण रोकने के लिए अपनी सेवाएं दे रहे थे
जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी गढ़वाल के अंतर्गत लगभग 290 कर्मचारियों जो कि दिन रात कोरोना में ड्यूटी में कार्यरत हैं इनका अनुबंध आगे ना बढ़ने के कारण अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत 290 कर्मचारी जिसमें प्रबंधन स्टाफ स्टाफ नर्स चिकित्सक परामर्शदाता एवं एवं आदि पदों पर कार्य थे लेकिन 31 अप्रैल 2020 को सभी कर्मचारियों की संविदा अवधि समाप्त होने के कारण सभी बेरोजगार हो गए हैं कर्मचारियों का कहना है कि मिशन के अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मचारी कोरोना संक्रमण के रोकथाम हेतु लगातार अपने मनोयोग से काम करें हैं लेकिन अचानक मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा कर्मियों का अनुबंध आगे ना बढ़ाए जाने के कारण रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है
जिससे सभी कर्मचारी का कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा हमे कोरोना के दौरान ड्यूटी करने का यह इनाम दिया गया है
साथ ही आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में लगभग 290 से अधिक संविदा कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इनका विस्तारीकरण यानी रिनुअल 31 मार्च 2020 तक थी उसके बाद इन कर्मचारियों का रिन्यूवल होना था उसके बाद कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जिला अधिकारी के द्वारा इन संविदा कर्मचारियों को 30 अप्रेल 2020 तक 1 माह का अतिरिक्त विस्तारीकरण किया गया लेकिन 30 अप्रैल 2020 के बाद इनका विस्तारीकरण नहीं हुआ फिर भी यह कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन जब इनका रिन्यूवल नही होगा और ड्यूटी करते रहेंगे तो उस समय इनका बीमा भी नही माना जायेगा? इस लिए लंबे समय से अपनी सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के सामने अपने भविष्य की चिंता होने लगी है,
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील भंडारी ने कहा कि यदि जिला स्वास्थ्य चिकिसा अधिकारी द्वारा त्वरित गति से संविदा विस्तारीकरण का कार्य नहीं किया जाता है तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी स्वास्थ्य बिभाग की होगी