टिहरी जनपद में नवनियुक्त जिलाधिकारी मंगेश घिल्डीयाल ने पदभार ग्रहण करते ही। जिले को एक संजीवनी देने का काम किया है। जनपद में पिछले 22 मार्च से कोरोना वायरस से लाॅकडाउन होने के चलते टिहरी जनपद के जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारी हिलाहवाली से कार्य रहे थे। जिसका नतीजा यह हुआ कि जिले में मात्र एक 20 बेड का ही कोविड केयर सेंटर ही बना पाये साथ ही अन्य राज्यों के बाहर से आने वाले प्रवासीयों के लिए जनपद के सीमाओं पर ही कोरीनटीन करने की कोई ठोस व्यवस्थायें नही बनाई गई। नतीज यह हो गया कि जनपद में कोरोना के 19 पाॅजिटिव केश सामने आ गये हैं।
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टिहरी पंहुचते ही डीएम ने कहा कि पूरे जिले में 405 होटलस अधिग्रहण किये हैं। जिसमें 5 हजार कमरे हैं। उनमें कम से कम 15 बाहर से आने वाले 15 हजार प्रवासियों को कोरन्टीन करने की व्यवस्था है। इन होटलों व धर्मशालाओं में सुरक्षा की दृष्टि से पीआरडी और होमगार्द के गार्ड तैनात कर दिये हैं, ताकि वहां रहने वाले किसी प्रवासियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। साथ ही जिले के सभी एसडीएमओं को निर्देशित किया गया है कि सभी तहसीलों के होटलों को अधिग्रहण किया गया है। त
जी हां जो बेसिक कार्य आज हो रहे हैं अगर दो महिने पहले किया जाता तो व्यवस्थायें चरमाराती नही। लेकिन जब नये जिलाधिकारी ने टिहरी तैनाती के बाद व्यवस्थायें पटरी पर आने लगी है। लेकिन कहते हैं न देर आये दुरूस्त आये। अब उम्मीद की जानी चाहिए की जनपद में बिगड़ी व्यवस्थायें जल्द ही पटरी पर लौटेंगीं।