टिहरी गढ़वाल -अमर शहीद श्रीदेव सुमन की 76
पुण्यतिथि पर खुलती हे टिहरी की जेलसभी लोग करते हे टिहरी की
जेल में सुमन की बेडियो के दर्शन टिहरी जेल के अन्दर खुलआम आ जा सकती हे जिलाधिकारी मंगेश
घिलड़ियाल ने अमर शहीद श्रीदेव सुमन कीपुण्यतिथि पर टिहरी जेल में लगी सुमन की मुर्ति पर फूल माला चढाकर पुष्पर्पित किये ओर उनको नमन किया।।उसके बादजेल प्रागण में पौध रोपण कार्याक्रम किया
महान पुरुष का 25 जुलाई बलिदान हुए थे जी हाँ कल यानी 25 जुलाई कोउस महान क्रंतिकारी का बलिदान दिवस है जिन्होंने हमे राजशाह से आजादीके लिए 84 दिनों तक तिल तिल करके मरना पड़ा।।।जिनकी रोटियों में कांचकूट कर डाला गया और उन्हें वो कांच की रोटियां खाने को मजबूर किया गयाउन महान क्रंतिकारी का नाम है अमर शहीद श्रीदेव सुमन जी टिहरी रियासतकी जनता की मुक्ति के लिए 84 दिन की एतिहासिक अनशन के बाद 25जुलाई 1944 एमात्र 29 वर्ष की आयु में अपना शरीर त्याग दिया ।
महान सत्याग्रही श्रीदेव सुमन का 76 वां शहादत दिवस
84 दिन की भूखहड़ताल के बाद आज के ही दिन हुई थी शहादत।
28 साल के जीवन के महत्वपूर्ण दिन
25 मई 1916 – जन्म, जौल गांव चम्बा टिहरी गढवाल
मार्च 1936 – गढदेश सेवा संघ की स्थापना
जून 1937 – ‘सुमन सौरभ’ पुस्तक प्रकाशित
जनवरी 11939 – देहरादून में प्रजामण्डल के संस्थापक सचिव चुने गये
मई 1940 – टिहरी रियासत ने भाषण पर प्रतिबन्ध लगाया
मई 1941 – रियासत से निष्कासन
जुलाई 1941 – पहली बार गिरफ्तारी
अगस्त 1942 – दूसरी बार गिरफ्तारी
नवम्बर 1942 – भारत छोडो आन्दोलन के दौरान, आगरा सेन्ट्रल जेल में बन्द
नवम्बर 1943 – आगरा सेन्ट्रल जेल से रिहाई
दिसम्बर 1943 – तीसरी बार गिरफ्तारी
फरवरी 1944 – टिहरी जेल में सजा
3 मई 1944 – टिहरी जेल में अनशन शुरू
25 जुलाई 1944 – टिहरी जेल में शहादत
बाइट मंगेश घिलड़ियाल डीएम टिहरी