टिहरी बांध प्रभावित क्षेत्र प्रतापनगर और उत्तरकाशी की गाजणा पट्टी की दो लाख की आबादी के आवागमन के लिए सरकार ने टिहरी झील के ऊपर डोबरा चांठी में 2006 लगभग 725 लंबा मोटरेबल सस्पेंशन पुल का निर्माण शुरू कराया गया। वर्तमान में 15 साल बाद इस पुल का कार्य लगभग पूरा हो गया है। लेकिन पुल पर वाहनों की आवाजाही शुरू करवाने से पहले लोड टेस्टिंग का कार्य किया जाना है।जिससे पुल के ऊपर वाहनों की आवाजाही हो सके,को
कोरिया की यूसीन इंजीनियरिंग कारपोरेशन के टीम लीडर इंजीनियर जैकी किम लोड टेस्टिंग से लेकर अन्य तकनीकी को परखने के लिए टिहरी पहुंचे है, जैकी किम के नेतृत्व में टीम ने पहले दिन पुल के सस्पेंडर, केबिल क्लैंप और टॉवरों का निरीक्षण किया। इसके बाद तकनीकी परीक्षण किया जाएगा। लोनिवि के ईई और प्रोजेक्टर मैनेजर एसएस मखलोगा ने बताया कि टीम लगातार 15 दिन तक टीम पुल तकनीकी परीक्षण कर लोड टेस्टिंग करेगी। लोड टेस्टिंग में सफल रहने के बाद ही पुल के ऊपर वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकेगी।
पुल बनने से प्रतापनगर की जनता को जिला मुख्यालय सहित ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून जाने में समय और आर्थिक की बचत होगी।