मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं केंद्रीय खेल राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजु ने टिहरी में वाॅटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर इंस्टीट्यूट का उद्घाटन किया,

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42 वर्ग किलोमीटर तक फैली टिहरी बांध की झील के किनारे कोटी कालोनी में भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के वाटर स्पोर्टस एंड एडवेंचर इंस्टीट्यूट का सीएम तीरथ सिंह रावत व केंद्रीय खेल व युवा कल्याण राज्य मंत्री किरन रिजिजु ने संयुक्त रूप से पूजा-अर्चना के बाद शुभारंभ किया। 

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इस मौके पर आईटीबीपी ने कार्यक्रम आयोजित कर जल क्रीड़ा का प्रदर्शन भी टिहरी की कोटी झील में किया। जल क्रीड़ा का सीएम व खेल राज्य मंत्री न जमकर आनंद लिया।

वाटर स्पोर्टस एंड एडवेंचर इंस्टीट्यूट के शुभारंभ के मौके पर आईटीबीपी के आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सीएम ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने एडवेंचर इंस्टीट्यूट को आईटीबीपी को 20 साल तक देने का उचित निर्णय लिया है। प्रदेश सरकार इस संस्थान को चलाने में पूरा सहयोग प्रदान करेगी।

संस्थान प्रधानमंत्री मोदी के फीट इंडिया के सपने का पूरा करने का काम करेगी। जिसके तहत 80 किमी का फीट मार्च करने की आईटीबीपी ने झील के चारों ओर तैयारी की है। यहां पर जल व साहसिक क्रीड़ाओं का स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे पलायन पर रोक लगेगी व रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। प्रदेश सरकार यही उम्मीद करती है कि संस्थान वे बेहतर खिलाड़ी भी सामने आयेंगे।

कोटी में स्थापित जल क्रीड़ा व साहसिक संस्थान को अंतराष्ट्रीय स्तर का बनाने की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुये केंद्रीय खेल व युवा कल्याण राज्य मंत्री किरन रिजिजु ने कही, इसके साथ ही कहा कि उनका प्रयास भारत को खेलों में आगे लाने का है। उन्होंने लक्ष्य रखा है कि 8 साल बाद अमेरिका में होने वाले ओलपिंक खेलों में 10वां पायदान भारत हासिल करे। 100 दिनों बाद टोकियों में  होने वाले ओलपिंक में पिछले बार के मुकाबले दोगुने पदक लाने का प्रयास किया जायेगा। कहा कि खेलों को जीवन का हिस्सा बनायें। जीवन में खेल मात्र मेडल के लिए नहीं, बल्कि खुद को फीट रखने के लिए खेलें। इससे प्रधानमंत्री मोदी को फीट इंडिया का सपना पूरा होगा।

किरण रिजिजू ने कहा कि मैं ऐसे इलाके से आता हूं जो पहाड़ी क्षेत्र है और उत्तराखंड भी पहाड़ी क्षेत्र है मुझे उत्तराखंड बहुत प्यारा लगता है उत्तराखंड में कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जो देश का नाम रोशन कर सकती हैं परंतु मैं मानता हूं कि उन प्रतिभाओं को उभारने के लिए अभी हमें और प्रयास करने की जरूरत है क्योंकि पहाड़ों में अभी भी सुविधाओं का अभाव है साथ ही कहा कि उत्तराखंड के लोग देव भूमि के लोग हैं और खुश किस्मत वाले लोग हैं जिन के नजदीक गंगा  पास निवास करते हैं हर समय गंगा के दर्शन करते हैं देश विदेशों के लोग इस गंगा के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं और उत्तराखंड के लोग खुश किस्मत वाले हैं जो गंगा के पास रहते हैं वही मंत्री ने कहा कि हम पहाड़ों की छुपी प्रतिभाओं को उभारने के लिए प्रयास कर रहे हैं

आज कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और मुख्यमंत्री ने बाइट को लेकर मीडिया के लोगों से बात नहीं की,साथ ही आज पहली बार ऐसा हुआ है कि मुख्यमंत्री ने अपना भाषण  पत्र पढ़ कर दिया, जबकि इससे पहले जितने भी भाषण मुख्यमंत्री ने दिए वह बिना पढ़े हुए सीधे दिए, इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री पर आलाकमान का निर्देश है कि वह बिना आलाकमान की अनुमति से वाइट नहीं देंगे

 

 

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