टाडा के द्वारा लाई गई लाखो रुपया की बोट टिहरी झील के किनारे लावारिस हालात में खड़ी जो नीचे से सड़ने लग गई है
आपको बता दें कि कोटी कॉलोनी के किनारे एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध की झील में टिहरी झील विकास प्राधिकरण के द्वारा लाखों रुपए की लागत से 5 बोट पर्यटकों को टिहरी झील में सैर करवाने के लिए लाई गई थी जिससे टिहरी झील विकास प्राधिकरण की आमदनी में इजाफा होगा
लेकिन टिहरी झील विकास प्राधिकरण के द्वारा लाखों रुपए की लाई गई वोट से इजाफा तो नहीं हुआ लेकिन वोट टिहरी झील में के किनारे झाड़ियों के में सड़ रही है और इनकी देखरेख करने वाला कोई नही है ओर न ही इनकी जिम्मेदारी उठाने वाला कोई है, जिससे साफ दिख रहा है कि टिहरी झील विकास प्राधिकरण लाखों रुपए की लाई हुई वोटों को किस तरह से लावारिस हालात में टिहरी झील के किनारे झाड़ियों के बीच फेंकी हुई है,
वही कोटी कॉलोनी के वार्ड सदस्य पवन शाह ने कहा कि टिहरी झील विकास प्राधिकरण के द्वारा लाखों रुपए की लाई गई वोट टिहरी झील के किनारे झाड़ियों में सड़ने लग गई है और टिहरी झील विकास प्राधिकरण ने इन बोट को ठीक करवाने की जहमत तक नही उठा रहा है इससे साबित होता है कि इन बोट को लाकर सरकारी पैसे को ठिकाने लगाने का काम किया है और इस मामले में शासन प्रशासन को जांच बिठानी चाहिए कि जिसके कार्यकाल में यह वोट यहां लाई गई और किस लिए लाई गई और क्यों इसे लावारिस हालत में झील के किनारे छोड़ दी इस पर जांच होनी अति आवश्यक है