टिहरी जिले के सबसे दूरस्थ क्षेत्र के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत होम्योपैथिक डॉक्टर विजय प्रकाश के द्वारा इसी अस्पताल में कार्यरत ए एन एम लीला रावत के साथ अभद्र व्यवहार पर गाली गलौज की गई ओर मुंह दबाते हुए हाथ मरोड़ दिया,
जिसको लेकर टिहरी जिले के परिवार कल्याण संगठन से जुड़ी सभी ए एन एम ने लीला रावत के साथ हुए अभद्रता को लेकर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी टिहरी गढ़वाल से मिले और डॉक्टर विजय प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है,
पीड़ित लीला रावत ने बताया कि वैक्सीनेशन रूम को लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के मामले में बात हुई थी जिसको लेकर होम्योपैथिक डॉ विजय प्रकाश ने अनाप-शनाप बोल दिया साथ ही गाली देते हुए मेरा मुंह दबोचा और हाथ मरोड़ दिया साथ ही धमकी दी कि इससे पहले भी जिस तरह से मैंने फार्मेसिस्ट नौटियाल और वार्ड बाय भंडारी को परेशान करके भगाया है उसी प्रकार मैं तुझे भी यहां से भगा दुंगा,वही पीड़ित ने अपने उच्च अधिकारियों से न्याय की मांग की ओर कह की होम्योपैथ संविदा डॉ विजय प्रकाश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ,
एएनएम संगठन की सदस्य सावित्री कोषाध्यक्ष वर्षा रानी,वंदना,संध्या,गोरा, रेखा,कविता, अनामिका,सरोजनी,पप्पी देवी,रुकमणी ने कहा कि अगर 2 दिन के अंदर लीला रावत को न्याय नहीं मिलता है और अभद्रता करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है तो हम वैक्सीनेशन और टीका का कार्य पूरी तरह से बंद कर देंगे
साथ ही कह के कि लीला रावत अगर अपना काम सही नही कर रही है तो उसके लिए उच्च अधिकारियों को कहते लेकिन संविदा में कार्यरत होम्योपैथिक डॉक्टर विजय प्रकाश के द्वारा एएनएम के ऊपर हाथ उठाकर उसके साथ अभद्रता की गई जिसको लेकर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन देने आए हैं और चेतावनी देते हुए कहा कि 2 दिन के अंदर अभद्रता करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं की जाती है तो वैक्सीनेशन और टीकाकरण का कार्य नहीं किया जाएगा, क्योंकि डॉक्टर के द्वारा एक महिला,के साथ अभद्रता करना शोभा नहीं देता अगर महिला के खिलाफ भी कार्रवाई करनी होती तो अपने उच्च अधिकारियों को बताते लेकिन हाथ उठाने का अधिकार डॉक्टर को नहीं है पीड़ित महिला कर्मचारी लीला रावत शादीशुदा नहीं है और और 1 साल बाद लीला रावत का रिटायरमेंट है महिला कर्मचारियों के साथ इस तरह का बर्ताव होगा तो सहन नहीं किया जाएगा
टिहरी जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय कुमार ने कहां की एक संविदा डॉक्टर के द्वारा स्थाई परमानेंट कर्मचारी को एक महिला कर्मचारी के साथ इस तरह से बदतमीजी नहीं करनी चाहिए थी अभी अभी पीड़ित महिला और संघठन के लोग आए थे, इस मामले में जांच बिठा कर डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी,
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