प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत धारमंडल पट्टी के ग्राम सभा धारकोट में बने पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण किया, और पहाड़ों पर पोल्ट्री फार्म के संचालन में आने वाली समस्याओं के बारे में बारीकी से जानकारी ली, और पहाड़ों पर इस तरह के बड़े स्वरोजगार व्यवसाय उद्योग स्थापित करना अपने आप में एक बहुत बड़ी पहल है।
इस पोल्ट्री फार्म में सबसे अहम बात यह है की इस फार्म का स्ट्रेकचर बनाने में किसी भी मिस्त्री, मजदूर का सहयोग नहीं लिया गया, गांव के तीन भाईयों द्वारा स्वयं इस स्ट्रेकचर को बनाया गया है, जिससे इनकी दो से ढाई लाख की धनराशि की बचत हुई है। यह स्ट्रेकचर लॉकडाउन के समय में तैयार किया गया था । इस पोल्ट्री फार्म में 6000 मुर्गियों की क्षमता, और वर्तमान समय में इस फार्म में 4000 मुर्गियां हैं, एवं मुर्गियों की देख रेख के लिए भी कोई अन्य कर्मचारी नहीं रखा गया, सभी कार्य स्वयं मिलकर तीनों भाई करते है।
साथ ही इन तीन भाइयों योगेंद्र सिंह नेगी वीरेंद्र सिंह नेगी रविंद्र सिंह नेगी ने ठेकेदारी का कार्य छोड़ कर पोल्ट्री फॉर्म का कार्य करना शुरू किया
योगेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि एक वर्ष पूर्व ही उन्होंने गांव में 6000 मुर्गियों की क्षमता वाले पोल्ट्री फॉर्म को शुरू किया था बताया कि एक साल में उन्होंने 15 से 18 लाख कमाया
मुख्यमंत्री के जन सम्पर्क अधिकारी भजराम पंवार ने गाव में जाकर इन तीनों भाईयों के कार्यों को देखा और इनके द्वारा अपने लिए रोजगार पैदा किया इससे इनकी मेहनत को देखकर अत्यंत खुशी हुई ,ओर इनकी हिम्मत, मेहनत तथा कला कुशलता को बधाई और शुभकामनाएं दी,साथ ही अस्वाशन दिया कि इसको आगे बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से जी भी मदद चाहिए वह दी जाएगी,साथ ही कहा कि पहाड़ के अन्य बेरोजगार युवकों को भी पलायन छोड़कर स्वयं के स्वरोजगार अपनाना चाहिए और इन से प्रेरणा लेनी चाहिए क्योंकि कोरोना काल में कई लोगों का रोजगार छुटा है और कई लोग बाहर से आकर घर में खाली बैठे हैं उन सभी लोगों से अनुरोध है कि वह अपना स्वरोजगार का संसाधन अपनाएं,सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर स्वरोजगार का कार्य करे,जिससे वह आत्म निर्भर हो सके,