टिहरी जिले में कुछ दिनों पहले धनोल्टी विधानसभा के कई इलाकों में बारिश के कारण काफी तबाही हुई जिसमें घर से लेकर बिजली, पेयजल की लाइनें,सड़के क्षतिग्रस्त हुई जिनको सुचारू करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा सभी अधिकारियों को अपने-अपने विभागों के कार्य पूरे करने के निर्देश दिए हैं
इसी कड़ी में टिहरी जिले का बिजली विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने देखने को मिल रही है जिसमें बिजली विभाग के अधिकारी बिजली के ठेकेदारों के मजदूर जान जोखिम में डालकर नदी में तार का बंडल ले जा रहे हैं वीडियो में आप देख सकते हैं कि मजदूर किस तरह से बिजली का बंडल नदी में ले जाकर दूसरी ओर ले जा रहे हैं जिसमें अचानक एक मजदूर तार के बंडल सहित बह गया गनीमत रही कि साथ में चल रहे साथी ने बहते हुए मजदूर को पकड़ लिया जिससे उसकी जान बच गई
लेकिन बिजली विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं बिजली विभाग के अधिकारियों को किसी की जान परवाह नहीं है उन्हें तो सिर्फ आपदा में बिजली विभाग के नुकसान को तत्काल पूरा करना है बिजली विभाग को मजदूरों की जान से कोई वास्ता नहीं है इस वीडियो को देखकर ना तो श्रम विभाग के अधिकारी कुछ कहने को तैयार हैं और ना ही मानवाधिकार के लोग,
टिहरी के धनोल्टी विधानसभा के अंतर्गत आपदा प्रभावित सीतापुर क्षेत्र में सेरा, रगड़, सौन्दणा गावो में बिजली की आपूर्ति करने के लिए जान जोखिम में डाल कर नदी में तार का बंडल ले जाते ठेकेदार के मजदूर,जिसमे एक मजदूर का पैर पानी मे फिसल गया ओर बहने लग गया था जिसे साथ मे जा रहे साथी ने पकड़ कर बचाया,
वही अधिशासी अभियंता विद्युत अर्जुन प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद में दैवीय आपदा,भूस्खलन से कुल 99 क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई, जिनमें से 84 क्षेत्रों में विद्युत सुचारू कर दी गई है, 12 स्थानों में कार्य प्रगति पर है तथा 03 स्थानों में नदी में जलभराव होने के कारण कार्य बाधित हो रहा है।