चमोली जिले में करंट हादसे में पीपलकोटी के चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर प्रदीप रावत, तीन होमगार्ड मुकुंदी राम, सोबत लाल और गोपाल समेत 16 लोगों की जान चली गई. इस हादसे में सब इंस्पेक्टर प्रदीप रावत का निधन हुआ, वह ऊखीमठ के रहने वाले थे. प्रदीप रावत के परिजन अभी भी ऊखीमठ में ही रहते हैं. प्रदीप रावत के पिता हेड मास्टर रह चुके हैं, जो कि अब रिटायर हो गए हैं. इतना ही नहीं प्रदीप रावत बेहद ही सामान्य फैमिली से ताल्लुक करते हैं.
प्रदीप रावत का परिवार काफी सरल और लोगों का मदद करने वाले लोगो मे थे, सब इंस्पेक्टर प्रदीप रावत 2002 बैच के उत्तराखंड पुलिस में सिपाही थे, लेकिन 15वें रैंकर्स में उनका प्रमोशन कर उन्हें सब इंस्पेक्टर बना दिया गया. उत्तराखंड पुलिस में शामिल होने के बाद प्रदीप रावत की पहली पोस्टिंग हरिद्वार में हुई थी. करीब चार साल तक उन्होंने हरिद्वार में अपनी सेवाएं दी इसके बाद करीब 10 साल तक देहरादून जिले में अपनी सेवाएं दी. इसके बाद कई अन्य क्षेत्रों में भी प्रदीप रावत ने अपनी सेवाएं दी 2010 में प्रदीप रावत प्रमोट होकर सब इंस्पेक्टर बने थे. इसके बाद 2022 में प्रदीप रावत को पीपलकोटी का चौकी इंचार्ज बना दिया गया.