ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 24 घंटे से बंद,शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे व्यक्ति के शव को सड़क किनारे रखकर सड़क खुलने का किया इंतजार,

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टिहरी जिले के नरेन्द्रनगर क्षेत्र के अंतर्गत सड़क पर भारी मलबा आने से  ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एन एच -94), 24 घंटे से बाधित है,

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बीआरओ व सड़क ल काम करने वाली एमजीसीपीएल कंपनी के अधिकारियों को तत्काल सड़क खोलने के निर्देश दिए हैं,एमजीसीपीएल कंपनी के के द्धारा सड़क के दोनों ओर से मलवा हटाने के लिए पोकलैंड मशीनें, लगा दी है जो सड़क खोलने काम कर रही है क्षेत्र में कई दिनों से हो रही लगातार भीषण बारिश के कारण, आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है,ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 94) पर आगराखाल के समीप सिलबण के पास, शुक्रवार सुबह लगभग 9 बजे,पूरी चट्टान ढह कर सड़क पर आ गिरी है

एमजीसीपीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर एनके यादव ने सड़क पर से मलवा हटाने के लिए तत्काल दोनों छोर से तीन पोकलैंड मशीनों व एक लोडर को मलवा हटाने में लगाया,निरंतर हो रही बारिश व कोहरे के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरते जा रहे हैं, जिसके कारण मलबा हटाने में भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं,24 घंटों के बाद भी रोड पर से मलबा नहीं हटाया जा सका है, एमजीसीपीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर एनके यादव ने बताया कि यदि बारिश खलल नहीं डालती है तो कल सुबह तक रोड यातायात के लिए खोल दी जाएगी,

हरिद्वार देहरादून से लेकर कर जनपद उत्तरकाशी तक की लाइफ लाइन मानी जाने वाली इस रोड के बाधित होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है माल वाहक ट्रकों व अन्य वाहनों के खड़े रहने से जहां दूध, सब्जी व राशन की आपूर्ति ठप हो गई है, वहीं स्कूल व कार्यालयों में जाने वाले शिक्षक-कर्मचारियों के सामने भी मुसीबत खड़ी हो गई है,

पिरडी गाव के एक व्यक्ति की मौत होने पर उसके परिजन शव को दाह संस्कार के लिए ऋषिकेश को शमशाम घाट ले जा रहे थे लेकिन सड़क बन्द होने के कारण,शव को सड़क के किनारे रखकर सुबह से सड़क खुलने के इंतजार में बेठे रहे,जब दिन तक सड़क नही खुली तो परिजनों और गाव के लोगो ने शव को उठाकर सिलवड़ के जंगल से 5 किलोमीटर पैदल चलकर बगरधार तक पहुंचे फिर वह पर नरेंद्र नगर से वाहन बुलाकर शव को लेकर ऋषिकेश के लिए रवाना हुए,

 

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