टिहरी बांध की झील में बनी 50 करोड़ की लागत से फ्लोटिंग हट्स, बार्ज बोट, फ्लोटिंग मरीना और टिहरी लेक रिजोर्ट संचालित करने को आखिरकार सरकार ने पीपीपी मोड के तहत पर्यटन विभाग ने ले रोइ ग्रुप को 20 साल की लीज पर दे दिया है
टिहरी बांध को संवारने के लिए वर्ष 2012-13 में पूर्व सरकार ने केंद्र सरकार के मेगा-मेगा प्रोजेक्ट के तहत झील में फ्लोटिंग मरीना ,पर्यटकों को ठहरने को 20 फ्लोटिंग हट्स, बार्ज बोट और थ्री स्टार टिहरी लेक रिजॉर्ट का निर्माण करवाया था, जो कई सालों से झील में खड़ा था जिसकी देखरेख पर हर साल सवा करोड़ रुपये खर्च हो रहे थे जिसका जिम्मा 2017 से गढ़वाल मंडल विकास निगम को दिया गया था।
ले रोइ ग्रुप प्रत्येक वर्ष सरकार को सवा करोड़ देगा। साथ ही प्रत्येक वर्ष इस धनराशि में पांच फीसदी की वृद्धि भी की जाएगी।
जिला साहसिक खेल अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि शासन स्तर पर इनके संचालन का अनुबंध हो चुका है। ग्रुप ने एक बार का इन संपत्तियों का निरीक्षण करके अपने हैंडओवर की तैयारियां भी शुरू कर दी है।जल्दी ही सब इनको सौंप दी जाएगी
शासन ने ईको हट्स, एकेडमी को छोड़कर अन्य संपत्तियों को ले रोइ ग्रुप को 20 साल की लीज पर दे दिया है। अब रोइ ग्रुप की इनका संचालन करेगा।